अघरिया समाज की महिलाओं ने रचा इतिहास जारी हुआ विश्व रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र
सरायपाली की अघरिया महिला मंडली ने सावन महोत्सव 2024 के दौरान 2100 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया है। यह अद्वितीय उपलब्धि ओरिएंट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज की गई है, जो न केवल अघरिया समाज के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए अघरिया महिला मंडली को विभिन्न प्रमुख हस्तियों से बधाइयाँ प्राप्त हुईं। सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, जनपद अध्यक्ष श्रीमती रुक्मणी पटेल और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सीता पटेल ने अघरिया समाज की इस पहल को सराहा। उन्होंने महिला मंडली की कड़ी मेहनत और समर्पण की तारीफ की। स्थानीय विधायक श्रीमती चातुरी डिग्रीलाल नंद ने भी अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि यह महिलाओं की शक्ति, एकता और समाज में उनके योगदान को भी दर्शाता है।
अघरिया महिला मंडली की अध्यक्ष, श्रीमती सीमा चौधरी ने गर्वपूर्वक कहा, "यह विश्व रिकॉर्ड केवल एक जाति की महिलाओं के प्रयास से संभव हो सका है। हमने इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज कराया है और अब परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह पहली बार है जब एकल जाति ने ऐसा रिकॉर्ड स्थापित किया है।"
समाज सेविका श्रीमती अनीता चौधरी, जिन्होंने इस रिकॉर्ड को आधिकारिक रूप से दर्ज कराया, श्रीमती चौधरी ने कहा, " लगभग 45 दिन के वेरिफिकेशन पीरियड के बाद प्रमाण पत्र जारी हुआ है। यह जीत केवल हमारी अघरिया महिला मंडली की नहीं है, बल्कि यह पूरी अघरिया समाज की महिलाओं की जीत है। उनके समर्पण और मेहनत ने साबित किया है कि महिलाएं अपने सामूहिक प्रयासों से किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकती हैं।"
इस ऐतिहासिक विश्व रिकॉर्ड में कई प्रमुख महिलाओं ने सक्रिय भूमिका निभाई। उर्मिला चौधरी, जनक पटेल, विलेश पटेल, और सवित्री पटेल (महिला प्रभारी अघरिया समाज) सहित अन्य महिलाओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम योगदान दिया। अघरिया समाज के प्रमुख सदस्यों ने इस आयोजन में सहयोग देकर इसे सफल बनाने में मदद की।
अघरिया समाज सरायपाली के अध्यक्ष नेहरू पटेल, गंगाराम पटेल, जितेंद्र पटेल, लवकुमार पटेल, वीरेन्द्र चौधरी, विद्या चरण चौधरी और नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रकुमार पटेल ने भी इस रिकॉर्ड को हासिल करने में अपना समर्थन दिया। उन्होंने इस पहल को समाज के लिए प्रेरणादायक बताया और महिलाओं के साहस और समर्पण की सराहना की।
अघरिया महिला मंडली ने सावन महोत्सव 2024 में पार्थिव शिवलिंग निर्माण के इस अद्वितीय कार्यक्रम के माध्यम से यह साबित किया है कि महिलाएं अपने सामूहिक प्रयासों से बड़े से बड़े कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम दे सकती हैं। यह विश्व रिकॉर्ड न केवल अघरिया समाज के गौरव को बढ़ाता है, बल्कि समाज की अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करता है कि वे भी अपने जीवन में बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकती हैं।
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