घरघोड़ा नगर पंचायत पीआईसी से भाजपा पार्षद ने दिया स्तीफा

पीआईसी से पार्षद ने दिया इस्तीफा , कहा …..
कहते है राजनीति में सब जायज होता है इसका उदाहरण चुनाव के समय मे देखने को मिलता है क्योंकि जो लोग अपनी विपक्षी पार्टी को पानी पी पी कर कोसते रहते है वही चुनाव नजदीक आते ही टिकट नही मिलने से नाराज होकर उसी पार्टी में जा कर इतना उस पार्टी की इतनी तरीफ करते है कि मानो इस नेता से बड़ा कोई इस पार्टी का शुभचिंतक हो ही नही सकता।
लेकिन सबसे बड़ी परेशानी उन नेताओं से होती है जो अपनी ही पार्टी प्रत्याशी के पीठ पर खंजर घोप देते है और यह कृत्य घरघोड़ा में हर चुनाव में देखने और सुनने को मिलते ही रहता है।
घरघोड़ा - जहां हर नेता बड़ी से बड़ी पोस्ट पर पहुचने के लिए सामदाम भेद सब अपनाते है लेकिन आज हम बात करते है नगर पंचायत घरघोड़ा की यहाँ पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सुरेन्द्र चौधरी उर्फ सिल्लू चौधरी ने भाजपा कांग्रेस के प्रत्यशियों को धूल चटाते हुए विजयी हुए है अब बात आ रही है प्रेसिडेंट इन काउंसिल में सदस्य बनाने की क्योंकि उसके बिना नगर पंचायत घरघोड़ा की सरकार अधूरी मानी जाती है। सिल्लू चौधरी ने अपनी जुगाड़ के अनुसार कुछ नामों को इसमें अंकित भी किया है लेकिन इन मे से एक पार्षद राजकुमारी डनसेना ने यह आरोप लगाते हुए प्रेसिडेंट इन काउंसिल से त्याग पत्र दे दी कि उन्हें बनाने से पूर्व अनुमति नही ली गई थी।
अब ऐसे में एक सवाल यह उत्पन्न हो रहा है कि क्या सिल्लू ने सच मे बिना अनुमति राजकुमारी को सदस्य बनाया था या फिर मामला कुछ और ही है। और फिर बाद में पार्टी के दबाव में आकर राजकुमारी ने त्याग पत्र दिया है।
सूत्रों की माने तो सिल्लू चौधरी ने इस चुनाव में पैसा पानी की तरह बहा दिए है और इसके छीटे कुछ पार्षदों तक भी पहुँचा है अब यह नही बताया जा सकता कि किस किस पार्षद तक कितनी राशि पहुँची है लेकिन पहुँची है यह लगभग सत्य है।
घरघोड़ा के वार्ड क्रमांक 08 से निर्वाचित पार्षद राजकुमारी डनसेना ने प्रेसिडेंट इन काउंसिल (पीआईसी) के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। राजकुमारी डनसेना ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को लिखे पत्र में उल्लेख किया कि उन्हें नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा जारी पत्र क्रमांक 01 दिनांक 13-03-2025 तथा कार्यालय पत्र क्रमांक 2478 दिनांक 13 मार्च 25 के तहत बिना उनकी सहमति के पीआईसी सदस्य नियुक्त कर दिया गया। इस पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने उक्त पद से त्यागपत्र दे दिया है।
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