पटवारी अनिल ने जारी किया कोटवारी भूमि का बिक्री नकल

रायगढ़ के तहसील कार्यालय में लंबे समय से पदस्थ पटवारी अपने आप को सबसे बड़ा अधिकारी शायद मान रहा है इसलिए आज हम जिस जमीन खुलासा करने जा रहे हैं उसे आप देखकर यह कहने को मजबूर हो जाएंगे की हां पटवारी चाहे तो कुछ भी कर सकता है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी कुछ दिन पहले पटवारी को यमराज की उपाधि दी थी और आज देखने को भी मिल रहा है। रायगढ़ तहसील अंतर्गत अनिल राम की पदस्थापना जिस ग्राम पंचायत में हुई वहां मानो जमीन की तबाही हो गई है ऐसा ही एक नया मामला निकलकर सामने आया है जिसमें पटवारी अनिल राम ने कोटवारी भूमि का बिक्री नकल जारी कर दिया है जबकि कोटवारी भूमि किसी भी प्रकार से खरीदी या बेची नहीं जा सकती।
लेकिन शासन के लाख समझाइए इसके बाद भी अनिल राम ने एक बेस्ट कीमती भूमिका का बिक्री नकल जारी कर दिया है और इसी बिक्री नकल के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री भी कर दी गई है अब सवाल या उठना है की क्या अनिल राम ने चंद पैसों की लालच में आकर कोटवारी भूमि का बिक्री नकल जारी किया है हमारे प्रदेश में ऐसे लालची लोगों के कारण ही जमीन के फर्जीवाड़ों में दिन दुगना रात चौगुना बढ़ोत्तरी हो रही है।
चौहदी विवरण में की गड़बड़ी...
अनिल राम ने जिस जमीन की चौहदी विवरण जारी किया है उसमें यह भी नहीं बताया गया कि यह जमीन कोटवारी है जबकि किसी जमीन की जानकारी भले ही किसी को न हो पटवारी को जरूर होती है और अगर जानकारी होने के बाद भी यह कृत्य किया गया है तो यह घोर अपराध की क्षेत्री में आता है और ऐसे पटवारी पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।
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