लोइंग धान खरीदी केंद्र बना भ्रष्टाचारियों का ठिकाना....?

मंडी में बिना धान आए सॉफ्टवेयर में एंट्री, लोकल नेता और दो राईस मिलर लगे मामला दबाने में....?
सत्ता के नशे में चूर भाजपा नेताओं ने दिया अंजाम....?
एक कहावत चरितार्थ है कि जिस पार्टी की सत्ता होती है उसी पार्टी के नेताओं की अगुवाई में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जाता है। ऐसा ही एक मामला रायगढ़ के लोइंग में देखने को मिल रहा है जंहा पर चंद रुपयों की लालच में कुछ नेता और राइसमिल संचालक मिल कर एक बहुत बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है।
रायगढ़, 18 जनवरी। सरकार ने धान खरीदी किसी भी तरह के भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। कलेक्टर ने लेकिन धान खरीदी केंद्रों में बोगस खरीदी रुक नहीं रही है। लोइंग धान खरीदी केंद्र में 1300 क्विंटल धान की कमी मिली है। मामले को चुपचाप निपटाने के लिए दो राइस मिलर लगे हुए हैं।
धान उपार्जन केंद्रों का तीन चरणों में भौतिक सत्यापन करने का आदेश कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने दिया था। अभी दूसरे चरण का सत्यापन चल रहा है। धान की आवक तेज रफ्तार से हो रही है। कई समितियों में धान की बोगस एंट्री धड़ल्ले से हो रही है। भौतिक सत्यापन में कहीं-कहीं घपला पकड़ में भी आ रहा है। तमनार समिति के बाद अब रायगढ़ ब्लॉक की लोइंग समिति में भी फर्जीवाड़ा सामने आया है। शनिवार को हुए भौतिक सत्यापन में तहसीलदार शिवकुमार डनसेना और नायब तहसीलदार हरनंदन बंजारे पहुंचे थे।
मिली जानकारी के मुताबिक लोइंग समिति में करीब 1300 क्विं. धान की कमी पाई गई है। बारदाने में भी गड़बड़ी मिली है। किसानों के नाम से बिना धान लाए ही बोगस एंट्री कर दी गई है। प्रबंधक धनेश्वर राठिया और ऑपरेटर की भूमिका संदेहास्पद है। इस फर्जीवाड़े में क्षेत्र के मनीष और मुकेश नाम के दो व्यापारियों का नाम भी सामने आ रहा है। दो राइस मिल संचालकों की संलिप्तता के कारण धान का बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है। तहसीलदार ने पंचनामा तैयार कर लिया है। इस मामले में अब अन्य कडिय़ों को जोड़ते हुए जांच की जा रही है। यह भी जानकारी मिली है कि इस खेल में कुछ स्थानीय नेता भी शामिल हैं। महापल्ली के एक व्यापारी का भी नाम सामने आ रहा है।
दो मिल संचालकों की गिरफ्त में लोइंग मंडी.....
बताया जा रहा है कि शनिवार को जैसे ही 1300 क्विंटल धान की कमी मिली, दो मिल संचालक इसे रफा-दफा करने में सक्रिय हो गए। डीओ काटकर उसका धान एडजस्ट करके मामले को दबाने का प्रयास जारी है। दोनों ही मिलर लंबे समय से लोइंग मंडी में बोगस धान बेच रहे थे। पिछले साल भी दूसरे किसानों के रिक्त रकबे में जमकर धान की बिक्री की गई। इस बार तो बिना धान लाए ही एंट्री करवा दी गई है।
नेताओं पर क्या होगी कार्यवाही....?
जिस अंदाज से रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने अपनी एक साफ छबि नेता के रूप में पूरे छत्तीसगढ़ में एक अलग पहचान बनाई है और रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कुछ नेता ऐसा कृत्य करके कही न कही विधायक जी की छबि को भी धूमिल कर रहे है बहरहाल अब देखना यह है कि इस मामले में संलिप्त लोगों के ऊपर कोई कठोर कार्यवाही होती है या फिर यू ही उन्हें छोड़ दिया जाता है।
क्या कहते हैं डनसेना
लोइंग समिति में धान में कमी मिली है। कितना धान और बारदाना कम मिला है, इसकी रिपोर्ट बनाई जा रही है।
– शिवकुमार डनसेना, तहसीलदार
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