सरकारी स्कूल का सुध लेने वाला कोई नहीं
सारंगढ़ सरसीवां । छग सरकार शिक्षा को लेकर अरबों रुपए फूंक रही हैं , इसके बावजूद बिलाईगढ़ ब्लॉक के कई स्कूलों में आज भी अव्यवस्था का आलम है और इसी अव्यवस्था के बीच बच्चे अपने भविष्य को गढ़ने आते हैं। मुड़पार स्थित शा. वि. जो जिला सारंगढ़ से महज 18 किमी की दूरी पर स्थित है।शाप्रा वि. मुड़पार में कोई सुविधा नहीं है । बिना किचन शेड,शौचालय व्यवस्था जर्जर जानलेवा आंगन बाड़ी भवन के बीच विगत 16 जून से स्कूल संचालित है। इन समस्यों को लेकर ग्रामीण और शाला प्रबंधन समिति ने कई बार शिक्षा विभाग और पंचायत विभाग को पत्राचार किया लेकिन आज पर्यंत कुछ असर नहीं हुआ । इस असुविधा युक्त शाला में प्राथमिक, मिडिल स्कूल के सैंकड़ों बच्चे पढ़ने और 7/8 टीचर्स पढ़ाने आते हैं।
इस सुविधाविहीन शाला में विद्यार्थी व शिक्षक शिक्षिकाएं सुबह साढ़े नौ बजे से 5 बजे तक 8 घंटे रहते हैं । प्रसाधन व्यवस्था नहीं होने से ये कैसे करते होंगे ? यह सब भगवान भरोसे है। शासन प्रशासन ने 16 जून के पहले ही शाला प्रवेश उत्सव मनाने निर्देश दिए थे यहां असुविधाओं के बीच बड़े ही धूमधाम से शाला प्रवेश उत्सव मनाया गया।विद्यालय में स्थित किचन शेड है जो पूरी तरह से जर्जर हो चुका है । बारिश का समय है रसोइया को बच्चों के लिए खुले में बाहर ही खाना बनाना पड़ता है। शाला परिसर में जर्जर हालत में आंगन बाड़ी भवन जो कभी भी भरभरा कर गिर सकता है जो पंचायत व शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी को नहीं दिखता । गांव वालों की मांग है की इस जर्जर भवन को ढहा दिया जाए ताकि कभी अनहोनी न हो जाए। गांव के अभिभावकों ने शाला परिसर में टीचर्स और विद्यार्थियों के लिए अलग अलग शौचालय निर्माण कराया जाए । वहीं नवीन किचन शेड का निर्माण जल्द कराए जाने की मांग की है। इस संदर्भ में ग्रापं मुड़पार के सरपंच पवन कुमार साहू ने बताया कि - शाला परिसर की समस्याओं के समाधान के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है जैसे ही फंड की स्वीकृति मिलती है सब ठीक करा दिया जाएगा।
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