वनरक्षक बने भक्षक वन्य प्राणी नीलगाय की हत्या
सारंगढ़ भटगांव । बिलाईगढ़ ब्लाक में इन दिनो नील गाय को करंट लगा कर मारने का काम जोरो से चल रहा है ।जिसे अंकुश लगाने मे वन विभाग के आला अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए है। वन परिक्षेत्र बिलाईगढ़ की जहां रेंजर नहीं होने के कारण प्रभारी रेंजर के भरोसे वन विभाग का कामकाज चल रहा है। वहीं प्रभारी रेंजर मोहम्मद आसिफ खान के संरक्षण से वनकर्मी मुख्यालय में नहीं रहते । जिसके कारण ग्रामीण हाथी, भालू केशिकार हो रहे हैं, कई ग्रामीण तो मौत के भी शिकार हो चुके हैं वही ग्रामीणों का कहना है कि वन रक्षक अपने मुख्यालय में नहीं रहते हैं । वही ग्रामीणों ने वनरक्षा एवं वन्य प्राणी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रभारी रेंजर मो. आसिफ खान एवं डिप्टी रेंजर मोतीराम सिदार व वनरक्षक गोपाल देवागन की काली करतूत को सामने लाया है व लिखित शिकायत कर उच्चाधिकारी को अवगत कराया है ।
विदित हो कि- परिसर रक्षी गोपाल प्रसाद देवागन एवं डिप्टी रेंजर मोतीराम सिदार के द्वारा दिनांक29/5/20 को कक्ष क्रमांक 409 RF गुप्ता खदान की धरा में मृत पड़ा एक नाग नीलगाय को विधिवत कार्यवाही ना करते हुए और ना ही पोस्टमार्टम करवाते हुए अपने कलम बचाने के लिए सुरक्षा श्रमिकों के द्वारा जलवा दिया गया ।जिसको मौके पर आनंद राम साहू सूतीउरकुली, डीगेशवर टंडन ,जीजोधन भायना ग्राम छुइहा ने अपने आंखों से देखा जिसमें नीलगाय को ट्रैक्टर में रखा गया था और नीलगाय पूरी तरह से सड़ के गल चुका था। जिसका फोटो ग्राफ्स वनरक्षक गोपाल देवांगन ने रखा था और गलती से सभी के मोबाइल में वायरल कर दिए इसके बाद पेट्रोल डालकर जला दिए। वन विभाग की काली करतूत को ग्रामीणों ने देख लिया ।
नाराज ग्रामीणों ने डीएफओ कार्यालय में भी लिखित शिकायत करते हुए मीडिया से खबर प्रकाशन की मांग किया । जिसके बाद मीडिया ने प्रभारी रेंजर मो. आसिफ खान से उनके मुख्यालय में पहुंचकर जानकारी लेना चाहा लेकिन जानकारी देना उचित नही समझा । अब देखना यह होगा कि - खबर प्रकाशन के बाद क्या बड़ी कार्यवाही करते हैं ।
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