भ्रष्टाचारी सरपंच के अय्याशी की कहानी हमारी जुबानी
जब सरपंच ने अपने पुराने आशिक को अपनी जुबान बन्द रखने दिए 80 हजार की शेरवानी?
भ्रष्टाचारी सरपंच के अय्याशी की कहानी हमारी जुबानी - 01
रायगढ़ - गांव में सरपंच को ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण समझा जाता है। सरपंच के निर्देशानुसार ही गांव में काम होता है बहुत आश्चर्य होता है यह सुनकर की गांव के ही कुछ लोग सरपंच के गलत आदत के कारण मार खाया हो।
आज हम बात कर रहे है रायगढ़ जिले के तमनार ब्लाक की जहाँ के ग्राम पंचायतों में भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार होता है लेकिन आज हम जिस सरपंच की बात कर रहे है वह भ्रष्टाचार के साथ साथ अपनी इज्जत की नुमाइंदगी भी कर रहे है। इसलिए पंचायत के युवा वर्ग इस सरपंच के आगे पीछे घूमते नजर आते है।
यह सरपंच जिसके साथ मिलकर भ्रष्टाचार को अंजाम देते थे आज वही उनके आशिको की लिस्ट में शुमार है इस सरपंच के आशिको की लिस्ट में पंचायत से लेकर जनपद तक के लोगो का नाम शामिल है।
सूत्रों की माने तो कुछ वर्षों पूर्व इन्ही आशिकों में से एक ने जमकर धुनाई की थी जिसका प्रमाण आज भी थाना तमनार में दर्ज है।
विश्वस्त सूत्रों की माने तो वर्तमान में इस पंचायत में जो सचिव है वह लगभग 8 साल से इसी पंचायत में अंगद के पैर की तरह जमा बैठा है आखिर जमे भी क्यो न जब सरपंच और सचिव के अवैध रिश्तों की अफवाहें पूरे पंचायत में जग जाहिर हो।
सूत्रों की माने तो इस सरपंच के पुराने आशिक की कुछ महीने पूर्व शादी हुई थी इस शादी में उपहार स्वरूप शेरवानी सप्रेम भेट की गई जिसकी कीमत लगभग 80 हजार बताई जा रही है। क्या पता इतनी महंगी शेरवानी कैसी होगी लेकिन सवाल यह उठता है कि इतनी महंगी शेरवानी अपनी पुराने आशिक को देने के लिए क्या भ्रष्टाचार से कमाए गए पैसे का उपयोग हुआ या ईमानदारी के पैसो का?
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