स्वास्थ्य विभाग के लिए पूरी जिंदगी की ईमानदारी से सेवा उन्हीं नौकरी अब अधर में...

मितानिन एक ऐसा वर्ग है कि जब ग्रामीण इलाकों में कोई डॉक्टर को नहीं जानता था उस समय मितानिनों ने ही स्वास्थ्य विभाग की नींव बन कर काम किया और नेता हो या प्रशासनिक अधिकारी सभी अपने उद्बोधन में मितानिन कार्यक्रम के लिए ऐसे ऐसे शब्दों का प्रयोग करता है कि मानों स्वास्थ्य विभाग के रीढ़ की हड्डी है मितानिनें लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजर आ रहा है।
क्योंकि जब से भाजपा सरकार बनी है तब से मितानिन कार्यक्रम से जुड़े 105 लोगों की नौकरी पर तलवार लटकती नजर आ रही है क्योंकि कुछ महीनों से अब तक वेतन का भुगतान ही नही हुआ है।
रायगढ़ - छत्तीसगढ़ साशन के द्वारा वर्ष 2002 में मितानिन कार्यक्रम की सुरुवात की गई। मितानिन कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु एक NGO को कार्य सौंपा गया। साशन द्वारा 31 सिंतबर 2024 को NGO से कार्य वापस लेकर ARC (आशा रिसोर्स सेंटर ) NHM के अधीन कार्य करने का आदेश दिया। साशन द्वारा मितानिन कार्यक्रम अंतर्गत राज्य और जिला स्तरीय कर्मचारी जिनकी संख्या 105 है को ARC में कार्य जारी रखने को कहा गया और 105 कर्मचारियों को NHM में संविलियन हेतु प्रस्ताव बनाने को कहा गया जिसकी जिम्मदरी MD NHM को दी गई।ARC अंतर्गत कार्यरत 105 कर्मचारियों को आज दिनांक तक 3 माह का वेतन और NHM में संविलियन नही हुआ है जिससे हम 105 कर्मचारियों को अपना भविष्य अंधकार में दिख रहा है।
छत्तीसगढ़ के संवेदनशील सरकार से निवेदन है कि हमारी समस्या का समाधान कर ।
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