शिकायत के बाद भी कार्यवाही करने से क्यो डरते है अधिकारी?
उद्योगपती बड़े व्यापारी आखिर कब तक भोली भाली जनता को बनते रहेंगे अपना शिकार......?
ग्रामीणों को अपने ही अधिकारों से वंचित रहना पड़ता है क्यो?
रायगढ़ जिले के तमनार विकास खण्ड में इन दिनों पेट्रोल पंप संचालक अपनी मनमर्जी पर इस कदर उतारू है कि उपभोक्ताओं को मिलने वाली सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है।
तमनार विकास खण्ड में रणदीप फ्यूल के नाम से जनपद कार्यालय के थोड़ा सा आगे पेट्रोल पंप संचालित होता है इस पेट्रोल पंप में उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध नही कराई जाती और जब उपभोक्ता अपने अधिकारों की बात करते है तो उन्हें धमकी दी जाती है कि तुम्हे जो करना है कर लो हम सुविधा नही देंगे।
बहुत दिनों से इस पेट्रोल पंप की लगातार शिकायत मिल रही थी जिसकी पड़ताल के लिए हमारे रिपोर्टर रणदीप पेट्रोल पंप पहुचे पेट्रोल पंप में मिलने वाली सुविधाओं की मांग की तो नही देने की बात कही गई, जब शिकायत बुक मांगी गई तो कर्मचारियों ने कहा कि शिकायत बुक नही है और ना ही देंगे। जब हमारे रिपोर्टर ने पेट्रोल पंप के किसी जिम्मेदार व्यक्ति का संपर्क नंबर मंगा गया तो साफ साफ मना कर दिया गया। लेकिन जब रिपोर्टर ने नियमो का हवाला दिया तब कर्मचारी ने अपने किसी अधिकारी को फोन किया और रिपोर्टर के द्वारा शिकायत बुक मांगने की बात की तब कर्मचारी ने रिपोर्टर से उस व्यक्ति की बात करवाई तब उस व्यक्ति ने कहा कि अगर शिकायत बुक लेना है तो मैं 2 घंटे बाद आऊंगा आकर लेना और जहाँ शिकायत करनी है कर देने हम निपट लेंगे।
शिकायत के बाद भी कार्यवाही नही क्यो?
रिपोर्टर ने तमनार फूड अधिकारी चौहान मैडम को इस घटना की शिकायत 4 जुलाई की लिखीत दी लेकिन एक सप्ताह बीतने के बाद भी कार्यवाही नही होता देख जिला खाद्य अधिकारी को इसकी शिकायत की गई तब चौहान मैडम ने शिकायतकर्ता को उपस्थित रहने को कहा गया लेकिन शिकायत मौके पर नही पहुच सके। लेकिन आश्चर्यजनक बात यह है कि मैडम के जांच में किसी भी प्रकार की खामी नही मिली रायगढ़ के 3 रिपोर्टरो ने इस पेट्रोल पंप में जाकर खामी अपने आखो से लोगो को होने वाली असुविधा देखी लेकिन जब जांच हुई तब खामी उजागर नहीं हुई इससे साफ जाहिर होता है कि विभाग और पेट्रोल पंप संचालक मैडम की खातिर दारी बखूबी की होगी इसलिए मैडम कार्यवाही से परहेज कर रही थी और जब कार्यवाही हुई तो किसी प्रकार की खामी नही मिली।
कार्यवाही में विलंब कर खामी को सुधारने का मौका....
एक सप्ताह बाद भी कार्यवाही नही करना इस ओर इशारा करता है कि कही न कही पेट्रोल पंप संचालक को अपनी खामी को दूर करने का मौका दिया जा रहा है। नाम ना छापने की शर्त में पूर्व पम्प कर्मी ने बताया कि जब भी कोई शिकायत करता है तब अधिकारी उस शिकायत की जानकारी पंप संचालक को तुरंत देते है जिससे अपनी खामी को कुछ दिनों में पूरा कर लाया जाए और शिकायतकर्ता को झूठा साबित कर दिया जाए। इससे अधिकारी और संचालक दोनों का तालमेल बना रहता है जिससे समय समय पर अधिकारी उसके बदले एक निश्चित शुल्क भी लेते है जिसे आम भाषा मे अवैध उगाही भी कहते है। ( इस बात की पुष्टि केपिटल छत्तीसगढ़ नही करता )
शिकायतकर्ता को जान का खतरा....
जानकारों की माने तो तमनार में अपराधियों की बाढ़ सी आ गई है जब भी कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति की शिकायत करता है तो उसका परिणाम बहुत ही भयानक होता है। वही आए दिन सड़क हादसे होते रहते है, कही ऐसा न हो कि शिकायतकर्ता ही हादसे का शिकार हो जाए......
वर्सन....
ब्लॉक खाद्य अधिकारी तमनार चौहान मैडम
शिकायत की जांच की गई जांच में किसी भी प्रकार की खामी नही मिली।
अगले अंक में पढ़े झूठा कौन?
अधिकारी, व्यापारी या पत्रकार......
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