क्या फर्जीवाड़े के सहारे नेताओं व अधिकारियों से दोस्ती, केलो विहार की जमीन का मामला
रायगढ़ - जमीन के फर्जी वाड़े के मामले दिनों दिन बढ़ते ही जा रहे है कही न कही यह फर्जीवाड़ा बिना नेताओं एवं अधिकारियों की सहमति के कर पाना संभव नही है।
कहते हैं शहर या शहर के आसपास की हर सरकारी एवं विवादित जमीन पर नेताओं के चमचों की गिध्द नजर बनी रहती है।
रायगढ़ में कुछ दिन पहले केलो विहार के आधिपत्य की जमीन के फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आया है जिसमे केलो विहार समिति ने एक शिकायत पत्र जिलाध्यक्ष के नाम से दिया है और बताया कि छोटे अतरमुडा की 2.46 एकड़ जमीन को किस तरह फर्जीवाड़ा करके खरीदी बिक्री कर दी है।
सबसे बड़ी बात यह है कि इस शिकायत पत्र में किसी मनीष का नाम लिखा है अब हम अगर समझ रहे है तो यह वही मनीष है जो कांग्रेस शासन काल मे मुख्यमंत्री और रायगढ़ विधायक के साथ सबसे करीबी नेता माने जाते थे तभी तो मनीष ने अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए अपनी फेसबुक आईडी में एक फोटो डाली थी जिसमे मुख्यमंत्री एवं रायगढ़ विधायक के साथ बैठे नजर आ रहे है।
रायगढ़ में कई ऐसी कालोनी है जिसमे मनीष पार्टनर है और अपनी नेतागीरी के दम पर कालोनी में जितनी जमीन होती है उससे कही ज्यादा जमीन पर कब्जा किया गया है अगर बारीकी से जांच किया जाए तो कई बड़ी बात नही की कई एकड़ के जमीन फर्जी बाड़े का खुलासा हो सकता है।
लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर छोटे अतरमुडा के जमीन की रजिस्ट्री या कहीं फर्जी रजिस्ट्री किसके इशारे पर हुआ है कहीं ऐसा तो नहीं लंगोटिया यार कहे जाने वाले के इशारे पर हुआ है।
बहर हाल अब देखना यह है कि इस फर्जीवाड़े के मामले में रायगढ़ के लोकप्रिय विधायक एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी जी संज्ञान लेते है तो बहुत जल्द ही एफआईआर होना तय माना जा रहा है या फिर धीरे से इस मामले को कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए लोगो के सहयोग से दबाने का भरपूर प्रयास किया जाएगा। अगर मंत्री जी इस मामले में संज्ञान लेते है तो फिर इस मामले में एफआईआर बहुत जल्द ही होगा अगर नही होता है तो समझ जाना कि.......।
What's Your Reaction?