स्वयंसेवकों ने हेमचंद्रचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय पाटन में आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर में अटल बिहारी वाजपई विश्वविद्यालय के संगठन व्यवस्था में हिस्सा लिया
सीपत :- छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय सेवा योजना के 10 स्वयंसेवकों ने हेमचंद्रचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय पाटन में आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर में अटल बिहारी वाजपई विश्वविद्यालय के संगठन व्यवस्था में हिस्सा लिया। शिविर में छत्तीसगढ़ के दल प्रभारी शासकीय मदनलाल शुक्ल स्नातकोत्तर महाविद्यालय सीपत के कार्यक्रम अधिकारी शत्रुहन घृतलहरे थे। शिविर के तृतीय दिवस सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ के स्वयंसेवको के छत्तीसगढ़ के लोक कला सांस्कृतिक विधा में कर्मा, ददरिया, पंथी, सुवा, राउत नाचा, एवं बारहमासी गीतों और नृत्य के माध्यम से अपने सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया। शिविर में वर्कशॉप एकेडमिक सत्र, ग्रुप डिस्कशन के विभिन्न सत्र हुए जिसमे स्वयंसेवकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। साइट विजिट में स्वयंसेवकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांव वडनगर का भ्रमण किए। इसके अलावा यूनेस्को हेरिटेज साइट रानी की वाव, मोढेरा का सूर्य मंदिर का भी भ्रमण किया गया। 8 से 14 नवंबर तक आयोजित होनेवाले इस शिविर में अन्य दस राज्यों एवं एक केंद्रशासित प्रदेश के स्वयंसेवकों के उनके बोली भाषा, रहन सहन, रीति रिवाज, खान पान, वेशभूषा और लोककला संस्कृति से परिचित हुए। गरबा का विशेष प्रशिक्षण गुजरात के कार्यक्रम अधिकारियों द्वारा दिया गया। शिविर में अटल बिहारी बाजपाई विश्वविद्यालय बिलासपुर से दीपक राठौर, सन्नी जगताप, विद्यांशि भोई,रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर से सेतकुमार कोसरिया,दीक्षा वैष्णव, चेतनानंद साहू, माधुरी तथा हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग से हेमा कचलामे, मधुलिका जायसवाल तथा अजय ने अपनी सहभागिता निभाई। छत्तीसगढ़ टीम के बेहतर प्रदर्शन के लिए युवा अधिकारी राजकुमार वर्मा, राज्य संपर्क अधिकारी नीता बाजपाई, डॉ.गजपाल, डॉ. मनोज सिन्हा जिला संगठक कांति अंचल ने बधाई एवं प्रसन्नता जाहिर की ।शिविर के समापन अवसर पर स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार से सम्मानित किया गया। समापन सत्र का संचालन छत्तीसगढ़ से आए कार्यक्रम अधिकारी शत्रुहन घृतलाहरे द्वारा किया गया।
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