21वीं पशुधन गणना 2024 में घुमंतू चरवाहो के पशुधन की गणना
आशुतोष गुप्ता सीपत
सीपत - भारत मे सन 1919-20 से हर पांच साल में एक बार पशुधन की गिनती की जाती है इन 100 सालों में पहली बार इस गणना में घुमंतु चरवाहों(रब्बारी/मालदारियो) की गिनती भी किया जाना है यह गणना पशुपालन मंत्रालय के अंतर्गत पशुपालन विभाग के द्वारा की जा रही है गुजरात से आए कच्छ जिला के मालधारी समुदाय जो की घुमंतू चरवाहा पशुपालक हैं जो गुजरात से पैदल रास्ते होते अपने पशुओं के साथ तहसील सीपत के आस पास खाली खेतो में अस्थाई रूप से ठहरे हैं । उनके पास उपलब्ध पशुधन की गणना पशुधन विकास विभाग पशु चिकित्सालय सीपत के अधिकारी डॉ. संजय राज व पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी ममता साहू के द्वारा किया तथा उनको आवश्यक स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गयी। वर्तमान में उनके सभी पशु स्वस्थ है। पशुधन की गणना में मालदारी समुदाय के घुमंतु पशुपालक साजन भाई, देवेश भाई तथा अन्य साथी पशुपालकों द्वारा सहयोग दिया गया। इनके पास लगभग 7000 भेड़ ,750 बकरी, 40 ऊँट, 14 स्वान उपलब्ध है।इस जानकारी को ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा। जिससे भविष्य में इन घुमंतु चरवाहों के लिए एक साकार योजना बनाया जा सकेगा
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