रायगढ़ पुलिस की कोरेक्स सिरप कार्यवाही सवालों के घेरे में...?

क्यों डरती है रायगढ़ पुलिस मीडिया से....?
रायगढ़ जिले उड़ीसा राज्य की सिमा को छूता है जिसके वजह उडीसा से सड़क के रास्ते अवैध मादक पदार्थों का परिवहन रायगढ़ सहित अन्य जिलों में भी किया जाता है, पुलिस ऐसे लोगों पर कार्यवाही भी करती है लेकिन पुलिस की कार्यप्रणाली हमेशा सवालों के घेरे में तब आ जाती है जब पुलिस पत्रकारों से किसी मामले को छुपाने के प्रयास करती नजर आती है।
रायगढ़ - आज रायगढ़ के चक्रधर नगर थाना अंतर्गत बड़ी मात्रा में अवैध कोरेक्स सिरप के परिवहन के खिलाफ अभियान चलाया और सफलता भी हाथ लगी लेकिन सबसे चौकाने वाली बात यह है कि सभी आरोपियों को थाना लाया गया और पहले कोरेक्स सिरप को टेबल में सजा कर फोटो खिंचवाने की प्लानिंग की और न जाने ऐसा क्या हुआ की ASI साहब ने फोटो एवं वीडियो बनाने के लिए मना कर दिया और एक कोने में जाकर अपने सहकर्मियों के साथ क्या वार्तालाप हुई कि रिपोर्टर से फोटो एवं वीडियो डिलीट करने को कहा जाने लगा, कहा यह भी गया कि मौके पर हम लोगों ने जो वीडियो एवं फोटो बनाया है उसे देते है उसी को अपने अखबार या टीवी में चलाना।
मामला संदेहास्पद....
जब पुलिस वाले उस कोरेक्स सिरप को टेबल पर निकाल कर फोटो खिंचवाने की तैयारी चल रही थी लेकिन जब पत्रकार को देखा तो बोरी के अंदर कोरेक्स सिरप को क्यों डाला गया...? कही ऐसा तो नही की बोतल कम या अधिक है...? आखिर पत्रकारों से क्यों छुपाया जाता है वास्तविक घटना...?
महंगी गाड़ियों से हो रहा था परिवहन.....
थाने में खड़ी गाड़ियों को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस ने जिन युवाओं को आरोपी बनाया है उनके पास से 2 महंगी गाड़ियां भी बरामद की है ।
घटना स्थल पर फोटो सेशन....
सूत्रों की माने तो पुलिस ने जिस स्थान पर कोरेक्स सिरप को पकड़ा है उस स्थान पर एक बार फोटो सेशन की प्रकिया पूर्ण कर ली गई थी तो फिर दोबारा थाने में प्रदर्शनी लगाने की क्या जरूरत पड़ गई।
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