ट्रिनिटी होटल का 'काला सच' और कमरा नंबर 606 का रहस्य: गेल इंडिया जीएम की संदिग्ध मौत पर गहराए सवाल
रायगढ़। शहर के प्रतिष्ठित थ्री-स्टार होटल 'ट्रिनिटी ग्रैंड' में 25 तारीख की सुबह एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जिसने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गेल इंडिया कंपनी के महाप्रबंधक (जीएम) तेज कुमार बड़ा (उम्र 57 वर्ष, निवासी बिलासपुर) का शव होटल के कमरा नंबर 606 में संदिग्ध परिस्थितियों में फर्श पर मृत अवस्था में मिला। यह मौत सामान्य नहीं लग रही है, और होटल प्रबंधन की रहस्यमय चुप्पी ने मामले को और उलझा दिया है।
कमरे की बुकिंग पर सबसे बड़ा संदेह....
जांच के दायरे में आया सबसे गंभीर पहलू कमरे की बुकिंग से जुड़ा है। होटल रिसेप्शन के सूत्रों के अनुसार, कमरा नंबर 606 कथित तौर पर किसी 'श्रीधर'के नाम से बुक था, जबकि अंदर मृत अवस्था में तेज कुमार बड़ा का शव मिला। यह विसंगति सीधा इशारा करती है कि या तो कमरे का अवैध हस्तांतरण हुआ, या फिर पूरी बुकिंग प्रक्रिया में ही कुछ छिपाया जा रहा है।
तेज कुमार बड़ा की पत्नी ने जब बार-बार फोन करने पर संपर्क नहीं हुआ, तब उन्होंने होटल रिसेप्शन को सूचित किया। होटल स्टाफ ने मास्टर चाबी का उपयोग कर कमरा खोला और जीएम का शव बरामद किया।
अनसुलझे सवालों का चक्रव्यूह.....
इस संदिग्ध मौत के बाद कई अनसुलझे सवाल शहर में चर्चा का विषय बने हुए हैं:
* कमरा नंबर 606 में श्रीधर और तेज कुमार बड़ा के अलावा और कौन-कौन मौजूद था?
* जीएम तेज कुमार बड़ा से सोने से पहले कौन-कौन मिलने आया था?
* कमरा नंबर 606 में उस रात वास्तव में क्या घटना घटी थी?
होटल प्रबंधन की 'खामोशी' गहरा रही है रहस्य.....
घटना की गंभीरता को तब और बल मिला, जब होटल प्रबंधन के मुखिया सरनदीप सिंह सलूजा ने मामले पर चुप्पी साध ली। हमारे संवाददाता से बात करने पर उन्होंने घटना की जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया और गेल कंपनी से संपर्क करने की सलाह दी।
शहर के सबसे मशहूर थ्री-स्टार होटल में इतनी बड़ी घटना घटित होने के बावजूद प्रबंधन का यह कहना कि उन्हें 'कुछ नहीं मालूम', कई संदेह पैदा करता है। प्रबंधन की गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी और स्टाफ द्वारा घटना को नकारने की कोशिशें स्पष्ट रूप से किसी गहरे राज को छिपाने की ओर इशारा करती हैं, जिससे ट्रिनिटी होटल की छवि धूमिल हुई है।
पुलिस जांच पर टिकी निगाहें.....
जनरल मैनेजर का शव बरामद होने के बाद उसे जिंदल अस्पताल और फिर पोस्टमार्टम के लिए केजीएच भेजा गया। अपुष्ट सूत्रों का कहना है कि सुबह से लेकर शाम तक होटल मैनेजमेंट मामले को दबाने की कोशिश में लगा रहा, जिसमें वे कुछ हद तक सफल भी रहे।
हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस मामले में ज्यादा जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन यह स्पष्ट है कि पुलिस को कमरा नंबर 606 के पीछे के 'काले सच' को उजागर करने के लिए एक निष्पक्ष और गहन जांच करनी होगी।
यह खबर लिखने का उद्देश्य केवल इतना है कि संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति मुंह छिपा न पाए और पुलिस की निष्पक्ष जांच से ही इस रहस्यमय घटना का पर्दाफाश हो सके। हम परिजनों से भी संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर उनका क्या कहना है। कोशिश रहेगी कि अगले आर्टिकल में हम आपको और भी अधिक जानकारी दे पाए..
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