Lady Constable को पुलिस ने दबोचा Action Movie जैसी कार में कर रही थी....
बीते रविवार को गुजरात की पुलिस ने खतरनाक तरीके से कार का पीछा करके एक ऐसे रैकेट का भांडाफोड़ किया था जिसकी मास्टरमाइंड खुद पुलिस महकमे की एक ग्लैमरस लेडी कांस्टेबल थी। पुलिस ने जिस तरह से कार का पीछा करके उसे गिरफ्तार किया था तो ऐसा लगा जैसे कच्छ के मैदान पर किसी फिल्म की शूटिंग चल रही है। उस लेडी कांस्टेबल को गिरफ्तार करने का वो किस्सा बेहद दिलचस्प है।
Gujarat: हीरोइन के लिबास में एक खूबसूरत 'खलनायिका' किसी आलीशान कार में शराब के जाम छलकाती हुई अपने बॉयफ्रेंड के पहलू में बैठी हो और अचानक पुलिस की गाड़ियां सायरन बजाती हुई उसके पीछे लग जाएं। ऐसा ही फिल्मों में होता है। इसके बाद फिर शुरू हो जाए चूहे बिल्ली जैसी रेस। कभी पुलिस की गाड़ी उस कार को रोकने के लिए उसे टक्कर मारे तो कभी पुलिस के चंगुल से बचने के लिए कार पुलिस की गाड़ी को बेरास्ता करने की कोशिश करे। एक लंबी जद्दोजहद...ऐसा ही कुछ मसाला फिल्मों में दिखता है।
पुलिस की कार ने रोका भागती हुई कार का रास्ता
अचानक सीन चेंज होता है, कानून के सिपाहियों का घेरा और मजबूत हो जाता है और उस कार के सामने पुलिस अपनी कार अड़ाकर उसका रास्ता रोक देती है जिस पर बैठकर वो खलनायिका और उसका साथी फरार होने की फिराक में था। हिन्दी फिल्मों का ये फेवरेट सीन है। तभी अचानक खलनायिका की कार फिर हरकत करती है और उसका रास्ता रोके खड़ी पुलिस की गाड़ी को जोर दार टक्कर मारकर फिर आगे निकल जाती है, तेज रफ्तार वो कार पुलिस के बैरिकेड को तोड़ती है और बिजली की रफ्तार में भागती है।
Fortuner को रौंदकर भागी Thar
रास्ते में पुलिस की एक और फॉर्च्यूनर कार उसका रास्ता रोकती है तो खलनायिका की वो थार कार उसे भी लगभग रौंदते हुए निकल जाती है। इस फिल्मी सीन पर तो दर्शक ताली पीटने लगते हैं। ये सब देखकर पुलिसवालों की जान हलक में अटक जाती है। तब तक पुलिस की गाड़ी में टक्कर मारने वाली वो खलनायिका की थार कार फिर से हवा हो जाती है। इसके बाद उस कार को रोकने के लिए पुलिस की टीम फायरिंग करते हुए आगे बढ़ती है जवाब में भागती हुई कार से भी जवाब में गोलियां दागी जाती है। लेकिन आखिरकार खलनायिका की कार पुलिस दबोच ही लेती है।
और ऐसे बदल गया सीन
यहां से इस सीन में एक तब्दीली आती है। जिस कार को पुलिसवालों ने इतनी मेहनत और मशक्कत के बाद पकड़ा उस कार का दरवाजा खुलता है और उसमें से एक खूबसूरत लेडी बाहर कदम रखती है। और कदम रखते ही पुलिसिया अंदाज में पुलिसवालों से जैसे ही बात करने लगती है तो पीछा करने वाली पुलिस टीम के कई सिपाहियों के हाथ खुद ब खुद सैल्यूट करने के लिए उठने लगते हैं।
कार का पीछा करके दबोचा गया था Glamorous Lady Constable को
लड़खड़ाती जुबान और मुंह के भभके ने खोल दी पोल
अचानक उस दबंग और पुलिसिया अंदाज में पुलिसवालों को हड़काने वाली तेज तर्रार लेडी के कदम और जुबान दोनों लड़खड़ाती है और मुंह से निकले भभके से उसकी सारी पोल खुल जाती है। ऐसा ही होता है न हिन्दी की मसाला मूवी और साउथ की फिल्मों में। लेकिन ये सब कुछ हुआ सच मुच में और वो भी गुजरात में कच्छ की जमीन पर।
सुर्खियों में लेडी कांस्टेबल
आपको वो लेडी कांस्टेबल का चेहरा तो याद ही होगा जिसकी गिरफ्तारी पूरे हिन्दुस्तान की सुर्खियों में छा गई थी। जी हां बात उसी नीता चौधरी की हो रही है, जिसकी फर्ज निभाने से ज्यादा उसकी लाइफ स्टाइल के चर्चे हैं, जिसने वर्दी से ज्यादा फैशनेबल लिबास में तस्वीर खिंचवाईं। जिसने मुजरिमों को पकड़ने के लिए पता नहीं गाड़ी की सवारी या नहीं अलबत्ता खुद आलीशान गाड़ियों की सवारी करने की खातिर गुनाहों की गली में जाना कुबूल कर लिया।
शराब तस्कर Boyfriend के साथ गिरफ्तार
जी हां यहां बात नीता चौधरी की हो रही है। वही नीता चौधरी जो गुजरात पुलिस की क्राइम ब्रांच में बतौर कांस्टेबल तैनात थी। लेकिन उसे फर्ज की सूखी रोटी खाने की बजाए आलीशान जिंदगी का निवाला निगलना ज्यादा कबूल था। बस इसीलिए शायद वो वर्दी पहनकर ही कलंक की कालिख वाले रास्ते पर उतर गई। नीता चौधरी को पिछले इतवार की रात को उसके ही बॉयफ्रेंड और शराब के तस्कर युवराज सिंह के साथ गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कच्छ के बचाऊ इलाके में चोपड़वा पुल के ऊपर से नीता चौधरी की सफेद रंग की थार का पीछा शुरू किया था। नीता चौधरी और उसका बॉयफ्रेंड युवराज सिंह उस थार गाड़ी में थे जबकि पुलिस की टीम एक हुंडई की i20 कार से थार का पीछा कर रही थी जबकि थार कार को घेरने के लिए बैरिकेड के अलावा फॉर्च्यूनर कार को तैनात किया गया था।
16 बोतल शराब के साथ पकड़ा
और जैसे तैसे पुलिस की टीम को इस थार कार को काबू करने में कामयाबी मिल ही जाती है। और तब खत्म होती है ये पूरी कवायद और सामने आ जाता है खूबसूरत चेहरे और आलीशान लिबास में छुपा वो चेहरा जिसे देखकर खुद पुलिस के आला अफसरों को अपना चेहरा दिखाने में शर्म आने लगी। जिस नीता चौधरी को पुलिस ने थार कार में दबोचा उस कार में पुलिस ने 16 बोतल शराब भी पकड़ी।
लेडी कांस्टेबल की मॉडस ऑपरेंडी
पुलिस ने ये भी खुलासा किया कि नीता चौधरी असल में राजस्थान से शराब लादकर आती थी और उसे गुजरात में खपा देती थी। पुलिस ने नीता चौधरी और युवराज सिंह की मॉडस ऑपरेंडी के बारे में बताया कि नीता खुद पुलिस की कांस्टेबल थी लिहाजा उसे पुलिस के तौर तरीकों का अच्छी तरह पता है। उसे ये भी पता है कि रास्ते में अगर कोई पुलिसवाला रोके तो उनके सामने किस तरह से पेश होना चाहिए ताकि बिना तलाशी के ही बात बन जाए।
बताया जा रहा है कि गुजरात में शराब बंदी होने की वजह से यहां शराब के शौकीन मुंह मांगी कीमत देकर शराब खरीदने को हरदम तैयार रहते हैं। शराब तस्कर युवराज सिंह ने इसे अपनी कमाई का जरिया बनाने का इरादा किया और उसने इस काम के लिए अपनी गर्ल फ्रेंड और उसकी पुलिस की जॉब का सहारा लिया।
राजस्थान के आबू रोड से लाई गई शराब
बताते हैं कि गुजरात के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से शराब लाने के कई मामले सामने आने की वजह से उस रास्ते पर पुलिस का पहरा सख्त रहता है। ये बात एक पुलिसवाले से ज्यादा अच्छी तरह से और कोन जान सकता है। लिहाजा नीता चौधरी ने युवराज को कच्छ वाला रास्ता सुझाया और राजस्थान के रूट से शराब की तस्करी करने की सलाह दी। गुजरात के लगा हुआ राजस्थान का सिरोही जिले का आबू रोड इलाका नीता चौधरी के टारगेट पर था। क्योंकि इस रूट पर पुलिस का पहरा थोड़ा हल्का रहता था।
इसलिए कभी पकड़ी नहीं गई
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक नीता चौधरी अक्सर युवराज के साथ लॉन्ग ड्राइव पर निकल जाया करती थी। डिपार्टमेंट को गोली देना तो उसके बायें हाथ का काम था। वैसे भी वो गुजरात की क्राइम ब्रांच में थी इसलिए उसे फील्ड वर्क करने की भी इजाजत थी। ऐसे में वो उस लॉन्ग ड्राइव पर जाकर राजस्थान की सीमा में दाखिल हो जाती थी और वहां से महंगी शराब की पूरी खेप ले आती थी। अगर कभी रास्तें में कोई पुलिस की चौकी या नाके पर कभी किसी पुलिस वाले ने रोकने की कोशिश की तो उन लोगों से वो अपने ही तौर तरीकों से निपट लेती थी। इसलिए कभी पकड़ी नहीं गई।
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