क्रूर बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
सराइपाली, 20 अगस्त 2024:
आज सराइपाली के दुर्गा मंदिर से जयस्तंभ चौक तक एक कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च डॉक्टर मौमिता देबोलिना के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के रूप में आयोजित किया गया था। इस मार्च में बड़ी संख्या में महिलाएं, लड़कियां, और बच्चे शामिल हुए, जो न्याय की मांग के लिए सड़कों पर उतरे।
शाम के समय, जब शहर में हल्की बयार चल रही थी, तब दुर्गा मंदिर से इस कैंडल मार्च की शुरुआत हुई। सभी प्रदर्शनकारी हाथों में मोमबत्तियां लिए मौन और संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ रहे थे। मार्च का समापन जयस्तंभ चौक पर हुआ, जहां सभी ने मौमिता देबोलिना की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और न्याय की मांग की।
मार्च में सम्मिलित होने वाला का कहना था कि मौमिता देबोलिना के साथ हुई यह क्रूरता केवल एक महिला के साथ नहीं, बल्कि पूरे समाज के साथ अन्याय है। इस घटना ने शहर के लोगों को झकझोर कर रख दिया है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस कैंडल मार्च का उद्देश्य न केवल मौमिता के लिए न्याय की मांग करना था, बल्कि समाज में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाना भी था। मार्च में उपस्थित लोगो इस बात पर जोर दे रहे थे कि अब समय आ गया है कि समाज इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचे और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।
महिला सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने और हाल ही में हुई घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने के उद्देश्य से सराइपाली में एक विशाल कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च दुर्गा मंदिर से प्रारंभ होकर जयस्तंभ चौक पर समाप्त हुआ।
शाम को एक महत्वपूर्ण कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च दुर्गा मंदिर से शुरू होकर जयस्तंभ चौक तक निकाला गया, जिसमें विभिन्न समाजों की महिलाओं, युवतियों और बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस मार्च का मुख्य उद्देश्य समाज में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना था।
मार्च में बड़ी संख्या में महिलाएं, लड़कियां और बच्चे शामिल हुए। सभी के हाथों में जलती हुई मोमबत्तियाँ थीं, जो समाज में बढ़ती हिंसा और असुरक्षा के प्रति उनके आक्रोश और दुख का प्रतीक थीं।
मार्च के दौरान महिलाओं ने अपने अधिकारों और सुरक्षा की मांग को लेकर नारे लगाए। इस रैली में हिस्सा लेने वाले बच्चों और युवतियों ने भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर समाज सेविका अनिता चौधरी, अग्रवाल समाज अध्यक्ष कुसुम अग्रवाल, समाज सेविका अंजली अग्रवाल, योग शिक्षक अन्नू , अघरिया महिला मंडल सदस्य डॉक्टर लक्ष्मी चौधरी, फुलझर डिफेंस एकेडमी धर्मेंद्र चौधरी ने अपने अपने विचार साझा किए।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचारों के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाना और सुरक्षा की मांग को मजबूत करना था।
एक महत्वपूर्ण कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च दुर्गा मंदिर से शुरू होकर जयस्तंभ चौक तक निकाला गया, जिसमें विभिन्न समाजों की महिलाओं, युवतियों और बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसमें पंजली योग सेवा समिति मारवाड़ी समाज, अघरिया समाज, मुस्लिम समाज, सीख समाज, दुर्गा वाहिनी, बजरंग दल, मातृ शक्ति संगठनों से आकर कैंडल पथ में बढ चढ़ कर हिस्सा लिया। स्काउट गाइड से तबसूम तथा दुष्यंत साहू ने अगुवाई की । पुलिस विभाग के भाइयों ने मार्च में पूर्ण सुरक्षा शांति पूर्ण मार्च कराने में सहयोग दिया। सभी को आभार श्रीमती अनिता चौधरी द्वारा दिया गया। गांव गांव से महिलाओं ने आकर अपनी भागीदारी दी ।इस मार्च का मुख्य उद्देश्य समाज में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना था।
इस कैंडल मार्च ने पूरे सराइपाली में एक मजबूत संदेश दिया है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए, और इसके लिए हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी।
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