छठ मईया से उगते सूर्य को अर्घ्य देकर मांगी सुख,शान्ति, समृद्धि एवम अखंड सुहाग की मनोकामना
आशुतोष गुप्ता सीपत
सीपत - सूर्योपासना का महापर्व छठ सीपत के पनभरिया तालाब में भक्तिभाव से मनाया गया। शुक्रवार को छठ पर्व के चौथे दिन वर्तियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही विधि विधान से पूजा अर्चना की। इस दौरान छठ घाट पनभरिया तालाब में पूजा के लिए श्रद्धालुओं सुबह से ही सैलाब उमड़ पड़ा। व्रतियों ने स्नान करने व जल चढ़ाने के बाद उगते सूर्य को अध्यं देकर अपने व परिवार के सुख समृद्धि की कामना की। पर्व को लेकर इंद्रदीप साहू ने बताया कि सप्तमी तिथि का स्वामी सूर्य को माना गया है इसलिए सप्तमी तिथि को सूर्य देव को अर्थ देने के साथ ही छठ व्रत पूर्ण होता है। इस व्रत का आरंभ षष्ठी तिथि को होता है। जिसमें भगवान ग्रह्मा की मानस पुत्री और सूर्य देव की वाहन षष्ठी मैय्या की पूजा की जाती है। शाम के समय अर्घ्य देने से जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं रहती है। भगवान सूर्य शाम के वक्त अपनी दूसरी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं और प्रसन्न भाव में रहते हैं जिससे इस समय व्रत रखकर अयं देने से सुख-सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
इस अवसर पर मीरा राधेश्याम साहू, खुशबू संतोष यादव, सरोजा ब्रज किशोर सिंह, शारदा शैलेन्द्र सिंह, सुगंधी सुभाष प्रसाद साहू योगेश सिंह बजरंग यादव राजेंद्र उरांव सहित काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की l
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