एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के नेतृत्व में एनडीआर कॉलेज का घेराव
सोमवार को एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के नेतृत्व में एनडीआर कॉलेज का घेराव कर आंदोलन किया गया। जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने बताया कि नलिनी प्रभा देव प्रसाद राय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में व्याप्त अनेकों अनियमितताओं और कमियों को छात्रहित में पूर्ण करने प्राचार्य का घेराव किया गया है। रंजीत सिंह का कहना है कि विगत माह 26/10/2024 को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर छात्रहित में महाविद्यालयीन जानकारी की मांग की गई थी, जिससे महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों की शिक्षा में गुणवत्ता का विकास हो और साथ ही साथ नए शिक्षा नीति 2020 के लागू होने के पश्चात महाविद्यालय संचालन के मानकों से संबंधित जानकारी चाही गई थी। उक्त जानकारी की मांग 10 दिवस के भीतर की गई थी परंतु आज दिनांक पर्यंत तक इस विषय पर कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया और न ही इस संबंध में कोई भी जानकारी प्रदान की गई।
जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने बताया कि महाविद्यालयीन छात्रों से लगातार अनेकों शिकायतें आ रही हैं कि महाविद्यालय में छात्र छात्राओं को बुनियादी सुविधा के साथ साथ शैक्षणिक सुविधा भी प्रदान नहीं किया जा रहा है। महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों से मिली जानकारी के अनुसार रंजीत सिंह ने एनडीआर कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि महाविद्यालय में नियुक्त प्राचार्य बिना योग्यता और अनुभव के नियमविरुद्ध नियुक्त किया गया है, महाविद्यालय में परिनियम 28 के तहत शैक्षणिक तथा अशैक्षणिक कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की गई है, महाविद्यालय में संचालित किए जाने वाले प्रत्येक पाठ्यक्रम में लिए जाने वाले शुल्क को अनियमित एवं अत्यधिक फीस की वसूली की जा रही है, महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच छात्र शिक्षक अनुपात का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे शैक्षणिक कार्य में बाधा उत्पन्न होता है, महाविद्यालय में प्राइवेट (स्वाध्यायी) छात्र छात्राओं से विश्वविद्यालय के नियम के विरुद्ध सेंटर फीस के नाम पर अवैध वसूली किया जा रहा है, महाविद्यालय में अध्ययन अध्यापन कार्य हेतु पर्याप्त कक्षाओं तथा भवन का निर्माण नहीं कराया गया है केवल खानापूर्ति के नाम पर गिने चुने कमरे हैं, महाविद्यालय द्वारा इसी भवन के कक्षाओं में निजी स्कूल का संचालन किया जा रहा है तथा उन्हीं स्कूली शिक्षकों के द्वारा ही महाविद्यालयीन छात्रों के शैक्षणिक कार्य पूर्ण कराए जाते हैं, महाविद्यालय में पुस्तकालय तथा प्रयोगशाला का निर्माण नहीं कराया गया है यदि है भी तो पुस्तकालय में नई शिक्षा नीति 2020 के पाठ्यक्रम के तहत पुस्तकों का क्रय नहीं किया गया है और प्रयोगशाला में उपकरणों का अभाव है, महाविद्यालय में खेल मैदान का अभाव है किसी भी प्रकार के खेल के आयोजन हेतु खेल मैदान नहीं है,इस प्रकार से विद्यार्थियों को बुनियादी सुविधा भी प्रदान नहीं कराई जाती है, महाविद्यालय में पार्किंग की कोई भी व्यवस्था नहीं है, जिस कारण महाविद्यालय में काफी हद तक अव्यवस्था बनी रहती है।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने बताया कि विभिन्न बिंदुओं में दर्ज किए गए शिकायतों पर संज्ञान लेने की आवश्यकता है जिससे कि शिक्षा के क्षेत्र में विकास हो और बिलासपुर में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पढ़ाई के क्षेत्र में एक स्वस्थ वातावण मिल सके अन्यथा की स्थिति में बिलासपुर में दो चार कमरों में कॉलेज और स्कूल खोलकर केवल शिक्षा का व्यापारीकरण करने हेतु महाविद्यालय का संचालन किया जाता रहेगा और अध्ययनरत विद्यार्थियों के भविष्य को दांव पर लगाया जाता रहेगा। एनडीआर महाविद्यालय द्वारा लगातार यूजीसी/उच्च शिक्षा तथा संबंधित अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के नियमों को दरकिनार करते हुए मनमाने तरीके से महाविद्यालय का संचालन किया जाता रहा है जिसका छात्र संगठन एनएसयूआई हमेशा से पुरजोर विरोध करते हुए आई है। आज भी इन्हीं सभी मुद्दों को लेकर घेराव किया गया, जिसमें सरकंडा पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के पश्चात आंदोलनरत एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा, जिस पर एनडीआर कॉलेज के चेयरमैन डॉ.गौरी दत्ता और प्राचार्य डॉ.सरफराज खान द्वारा एनएसयूआई के द्वारा मांगे गए समस्त जानकारी को 5 दिसंबर को उचित दस्तावेज के साथ प्रदान करने का आश्वाशन दिया गया साथ ही महाविद्यालय में व्याप्त कमियों को दूर करने की बात कही गई, चेयरमैन डॉ.गौरी दत्ता और प्राचार्य डॉ.सरफराज खान के द्वारा दिए गए आश्वासन के पश्चात ही एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आंदोलन समाप्त किया। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने आगे कहा कि इसके बावजूद भी महाविद्यालय में कोई भी सुधार महाविद्यालय प्रबंधन नहीं करती है तो उक्त बिंदुओं पर जांच हेतु कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर एक उच्च स्तरीय जांच समिति बनाकर जांच कराई जाए तथा दोषियों पर कड़ी एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की जाएगी।
घेराव में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के साथ प्रदेश सचिव लोकेश नायक, जिला उपाध्यक्ष सुमित शुक्ला, जिला महासचिव शुभम जायसवाल, नीलम सोनी, जिला महासचिव प्रवीण साहू, जिला महासचिव शिवांश पाठक, जिला महासचिव सुबोध नायक, पुष्कर पाल, हिमांशु सिंह, उमेश पटेल, आशीष, अंश बाजपाई, अजय, अशोक, अतुलेश, सुनील, उमेश साहू, विपिन तिग्गा, तरुण यादव, अश्विन लकड़ा, अर्पित, राहुल यादव, आकाश, रचना, सोनाली, ओमप्रकाश, कमलेश, भरत साहू, नरेंद्र साहू, आवेश डल्ला, मनोज, सोनू डहरिया, मयंक आदि एनएसयूआई के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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