जेल परिषर में मुख्य सड़को में निकाली गई रायगढ़ विधायक और महापौर की शव यात्रा दफनाया गया उन्ही गड्ढों में
रायगढ़ के सड़को की वर्तमान स्थिति तो किसी से छुपी नहीं है, इसपे शहर के मुख्यमार्ग जैसे जिला जेल परिसर वाले सड़क जिसे गौरव पथ के नाम से जाना जाता है उसमे बड़े- बड़े गड्ढे और जर्जर पन विकास की सभी बड़ी बड़ी गाथाओं को मुंह चिढ़ाती है, लगभग 10 दिन पहले ही मरम्मत की गई मुख्य सड़क जो एक दिन के बरसात में पूरी तरह धूल कर नालों में बह गई वो सड़को के निर्माण की गुणवत्ता को दिखाती है, सरकारी अधिकारी हो या जनप्रतिनिधि उनकी पोल खोलने के लिए काफी है।
इसी स्तर हीन भ्रष्टाचारी कार्यों पर रायगढ़ शहर के महापौर और विधायक की मौन स्वीकृति के आक्रोश में पूरे क्षेत्रवासी द्वारा महापौर जानकी काटजू और विधायक प्रकाश नायक की शव यात्रा निकाली गई। और साथ ही उन्ही गड्ढों में विधायक और महापौर के पुतलो को भी दफनाया भी गया।
इस प्रकार के अनोखे विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले क्षेत्र के युवा नेता दिलराज दिलीप सिंह ने बताया कि पिछले 4वर्षो से क्षेत्रवासियों द्वारा बार- बार शासन प्रशासन से सड़को की खराब दुर्दशा को सुधारने की मांग की जा रही है, परंतु आज दिनांक तक कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है और वो खानापूर्ति औपचारिक कार्यवाही भी केवल 2से 3 दिनों के लिए ही टिकती है हम क्षेत्रवासी रोज इन समस्याओं को झेल रहे है आए दिन छोटी बडे हादसे इन्ही सड़को पे हो रहे है खराब सड़कों और धूल मिट्टी से आस पास के रहवासी और व्यापारी भी काफी परेशान हैं महापौर और विधायक रोजाना इन्ही सड़को से गुजर रहे है क्या उन्हे ये परेशानियां दिखाई नही देती ? या गंभीर नही लगती? अगर रायगढ़ की जनता के हित के लिए वे कार्य करने में असमर्थ है,
तो उन्हें कोई हक नही है उस कुर्सी में बैठने का और यदि जान बूझ कर वो रायगढ़ के जूटमिल क्षेत्र की जनता को मौत के मूंह में धकेलना चाहते है तो हम चुप चाप ये अत्याचार नही सहेंगे अगर हमारे लोगो की मौत उन गड्ढों में होगी उससे पहले हम उन्ही नेताओ को ही उन गढ्ढो में दफना के गड्ढों को पाट देंगे जिसकी वजह से ये गड्ढे बने है।
ये शव यात्रा और पुतला दफन तो केवल एक संदेश है आगे के की लंबी लड़ाई की। राम नाम सत्य है रायगढ़ की सरकार भ्रष्ट है जैसे नारों के साथ विधायक और महापौर के पुतलो को अर्थी में लाया गया और सड़को के उन्ही गड्ढों में दफनाया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित जितेंद्र निषाद,सद्दाम हुसैन,रजत शर्मा रामजाजे भारद्वाज,राहुल लामबट मनीष जायसवाल, अंकित श्रीवास सुधीर यादव, सुरेश सुरैया ,दिपक श्रीवास, हनी मिश्रा, यश कनौजिया,मोनू निषाद,रोहित श्रीवास,समीर निषाद,मयंक निषाद,अमन वैष्णव ,पंकज यादव,तुषार कनौजिया,दक्ष निषाद,अंशु मैहर,माही निषाद,तुषार राजपूत,मनीष मेहर उमा राज , कांता शर्मा, अनिता शर्मा, अंजू वैष्णव, सुलोचना यादव, एलिसा यादव , शारदा यादव, पार्वती वैष्णव, पुनू यादव व अन्य क्षेत्रवासीयों व व्यापारीयो ने पुरजोर विरोध किया।
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