शायद रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी पर भरोसा नहीं प्रदेश अध्यक्ष को इसलिए बार-बार हो रहा रायगढ़ दौरा...
रायगढ़ - प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार आई है तब से रायगढ़ जिले में इसका असर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है क्योंकि जब से रायगढ़ विधानसभा सीट से ओपी चौधरी जी विधायक बन कर प्रदेश में वित्त मंत्री की भूमिका पर आसीन हुए है तब से रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी रायगढ़ जिले में होने वाले घटिया कार्यों एवं किसी भी प्रकार का विरोध विधायक के खिलाफ करने में पूरी तरह शायद नाकाम साबित हो रही है इसलिए अब प्रदेश अध्यक्ष को ही रायगढ़ बार बार आ कर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करना पड़ रहा है।
रायगढ़ जिला उद्योग नगरी के नाम से मशहूर है और रायगढ़ के ही विधायक छत्तीसगढ़ सरकार में पर्यावरण मंत्री भी है और शायद इसी का नतीजा है की रायगढ़ कांग्रेस कमेटी के नेता खामोश होते जा रहे है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण तमनार में होने वाले जन आंदोलन में देखने को मिला।
तमनार में जिंदल की जनसुनवाई को निरस्त करने के लिए ग्रामीणों ने जिंदल की जनसुनवाई का पुरजोर विरोध किया लेकिन जिला प्रशासन ने षडयंत्र पूर्वक इस जनसुनवाई को संपन्न कर दिया जिसके कारण ग्रामीणों में भारी गुस्सा देखा गया और ग्रामीणों ने एक राय होकर CHP चौक पर जनसुनवाई निरस्त होने तक अनिश्चितकालीन आंदोलन का निर्णय लिया इसके बाद इस आंदोलन में जिला कांग्रेस की ओर से किसी भी पदाधिकारी का कोई भी औपचारिक या आधिकारिक बयान भी नहीं आया। शायद जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष को CHP चौक पहुंच कर विरोध दर्ज करवाना पड़ा लेकिन इन सब में अच्छी बात रही की लैलूंगा विधायक विद्यावती ग्रामीणों के इस आंदोलन में शुरू से ही साथ देती रही।
जिला कांग्रेस के किसी नेता या पदाधिकारी ने इस मामले में कोई भी बयान बाजी नहीं की क्यों...?
क्या लैलूंगा विधायक को कांग्रेस कमेटी ने अलग छोड़ दिया है...?
शायद जिले में कोई दमदार पदाधिकारी नहीं है जो भाजपा सरकार के खिलाफ खुल कर अपनी बातों को या कहें कांग्रेस पार्टी की बातों को मजबूती से रख सकता जिसके कारण कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को बार-बार रायगढ़ आकर परेशान ना होना पड़ता।
तमनार में हुई हिंसक घटनाओं में मामले में आज फिर दीपक बैज का रायगढ़ दौरा होने जानकारी प्राप्त हो रही है।
What's Your Reaction?

