सुशील रामदास का कटघोरा में हुआ आत्मीय स्वागत
रायगढ़ - अंचल के प्रखर समाजसेवी सुशील रामदास को श्री अग्रवाल सभा कटघोरा द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। एक तरफ कटघोरा के चौक-चौराहों पर सुशील रामदास के स्वागत में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए थे, तो वहीं दूसरी ओर गाजे-बाजे के साथ कटघोरा में आतिशी स्वागत किया गया। कटघोरा के नगर वासियों के भव्य स्वागत से भाव विभोर हो सुशील रामदास ने अपने संबोधन में कहा कि आप सब ने मुझे इतना सम्मान दिया उसके लिए मैं आप सभी गणमान्य जन का हृदय से आभार प्रकट करता हूं।
सुशील रामदास का हुआ अभूतपूर्व स्वागत
कटघोरा अग्रसेन जयंती में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित सुशील रामदास को श्री अग्रवाल सभा कटघोरा के सदस्यों और पदाधिकारियों द्वारा नगर के प्रवेश द्वार से ही स्वागत करते हुए कार्यक्रम स्थल लाया गया। नगर के प्रवेश द्वार पर उनकी प्रतीक्षा कर रहे नगर वासियों ने उनका फूल माला से स्वागत तो किया ही, साथ ही साथ वहां से पटाखे फोड़कर आतिशी स्वागत करते हुए कार्यक्रम स्थल तक स्वागत उन्हें लाया गया। कटघोरा नगर के हर चौक-चौराहों पर उनके स्वागत में नगर वासियों द्वारा होर्डिंग भी लगाया गया था।
विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को किया सम्मानित
अग्रसेन जयंती के दौरान हुए विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को कार्यक्रम के सुशील रामदास ने सम्मानित किया। उसके पश्चात् उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महाराज अग्रसेन क्षत्रिय थे, किन्तु समाज के भरण पोषण की व्यवस्थाओं को संचालित करने के लिए वैश्य कार्य को अपना था। इसलिए हमें जीवन क्षत्रिय की भांति जीना चाहिए लेकिन समाज के भरण पोषण की व्यवस्थाओं को वैश्य की भांति संचालित करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि यही गुण पूरे भारत में हमें औरों से खास बनाता है और इसीलिए एक दूर सुदूर गांव में रहने वाला अग्र परिवार को भी क्षेत्र के लोग जानते हैं। क्योंकि वह जीवन क्षत्रिय की भांति जीता है और समाज के आवश्यकताओं के पूर्ति में अपनी अहम योगदान देता है। इस कार्यक्रम में सोनु अग्रवाल (गोड़म) विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए और उन्होंने भी प्रतिभागियों का सम्मानित किया।
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