वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई माँ अष्टलक्ष्मी की वेदी पूजा

Dec 7, 2023 - 18:51
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वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई माँ अष्टलक्ष्मी की वेदी पूजा

 माँ अष्टलक्ष्मी मूर्ति प्राण - प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन 

रायगढ़ - - शहर के पण्डरीपानी स्थित नवनिर्मित राज्य का पहला ऐतिहासिक मां अष्ट महालक्ष्मी मंदिर वैष्णवी धाम में पांच दिवसीय धार्मिक पूजा - अर्चना का विशेष कार्यक्रम किया जा रहा है।जो अनवरत 10 दिसंबर तक चलेगा। धार्मिक इस भव्य आयोजन के अंतर्गत माता अष्ट महालक्ष्मी की मनभावन जीवंत प्रतिमा की प्राण- प्रतिष्ठा होगी। जिसकी तैयारी में मंदिर समिति के सभी श्रद्धालुगण जुटे हैं।

निकली कलश यात्रा - - धार्मिक इस आयोजन के पहले दिन माँ अष्टलक्ष्मी वैष्णवी धाम से विगत दिवस भव्य बाजे - गाजे आतिशबाजी व जयकारे के साथ मंदिर के प्रमुख आचार्य सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं रविभूषण शास्त्री के सानिध्य में भव्य कलश यात्रा सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में निकाली गई जो धाम से गजमार पहाड़ पहुंची। वहां से जल भरकर कलश यात्रा पुनः माँ अष्टलक्ष्मी वैष्णवी धाम पहुँची। जहाँ माँ अष्टलक्ष्मी व वैष्णवी देवी की विशेष पूजा - अर्चना की गई। वहीं धार्मिक इस आयोजन में शहर के अतिरिक्त दूर दराज क्षेत्रों व अन्य जिलों से आकर श्रद्धालुगण धार्मिक इस आयोजन में बड़ी श्रद्धा से शामिल हो रहे हैं साथ ही आचार्य सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं रविभूषण शास्त्री की हृदय से सराहना कर धार्मिक इस आयोजन में पवित्र मन से सहयोग भी कर रहे हैं। 

मंत्रोच्चार से हुई वेदी पूजा - - धार्मिक इस कार्यक्रम के आज दूसरे दिन माँ अष्टलक्ष्मी वैष्णवी धाम मंदिर परिसर में आचार्य पं रविभूषण शास्त्री के सानिध्य में 21 सुयोग्य वैदिक पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ वेदी पूजा - अर्चना की। जिसमें शहर के सैकड़ों यजमान बड़ी श्रद्धा से शामिल हुए और पूरा मंदिर परिसर पवित्र मंत्रोच्चार व माता के जयकारे से गुंजायमान हो गया। 

आज होगी प्राण - प्रतिष्ठा - - माँ अष्टलक्ष्मी वैष्णवी धाम परिसर के मनभावन मंदिर में आज विधि विधान से वैदिक परम्परा अनुरुप माँ अष्टलक्ष्मी अष्ट महालक्ष्मी, मां वैष्णवी, दसमहाविद्या देवी, मां मंगला, मां विमला, मां कमला, जय, विजय द्वारपाल व भैरो बाबा की चित्ताकर्षक मूर्ति की स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सुयोग्य पंडितों के सानिध्य में होगी व 9 दिसंबर को मूर्ति प्रतिष्ठा होगी इसके पश्चात 10 दिसंबर को पूर्णाहुति व महाआरती भंडारा का आयोजन होगा। वहीं श्री शास्त्री ने समाज के सभी श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का अनुरोध किए हैं। धार्मिक इस आयोजन को भव्यता देने में मंदिर के सभी सदस्यगण जुटे हैं ।

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