रायगढ़ शहर की शान चक्रधर समारोह का ना हो पाना कांग्रेसी विधायक प्रकाश नायक की एक और नाकामी - अनुपम
रायगढ़ कला जगत में पूरे देश में अपनी एक बड़ी पहचान बना रखी है सदियों से रायगढ़ विरासत के राज महाराजा चक्रधर सिंह जी ने कत्थक में रायगढ़ को एक अलग पहचान दी है जिसके जरिए छत्तीसगढ़ के रायगढ़ को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में स्थापित करती है।
राजा साहब ने गणेश चतुर्थी पर पूरे 10 दिन रायगढ़ शहर में कत्थक में शास्त्रीय संगीत में नृत्य में लोक कलाकारों और नाट्य छेत्र के कलाकारों के लिए एक बड़ा मंच प्रदान किए जिसे बाद में शहर के नामी कलाकारों ने पॉलिटेक्निक कॉलेज ऑडिटोरियम में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करते रहे पिछले भारतीय जनता पार्टी सरकार ने इस सांस्कृतिक राजधानी को एक अलग पहचान देने के लिए रायगढ़ शहर के रामलीला मैदान में गणेश चतुर्थी के अवसर से पूरे 10 दिन कार्यक्रम चक्रधर समारोह आयोजित करती रही जिसमें कत्थक क्षेत्र शास्त्रीय नृत्य और गायन क्षेत्र नाट्य छेत्र लोक कलाकार क्षेत्र से सभी कलाकारों को इस मंच में शिरकत करने का मौका मिलता था इस समारोह पर रायगढ़ शहर की लोकल कलाकारों के अलावा छत्तीसगढ़ वह देश के ख्याति लब्ध कलाकारों को मंच पर स्थान दिया जाता था जिससे शहर के कला क्षेत्र में लगे कलाकार इस मंच के लिए आतुर रहते थे।
इतनी भव्यता लिए हुए चक्रधर समारोह को आयोजित नहीं करने का बहाना कांग्रेसी विधायक प्रकाश नायक को जाता है जिनकी नाकामी के चलते आज यह समारोह बंद होने के कगार पर आ गई है जबकि इसी मंच से और इसी शहर से कई नामी हस्तियां आज कला जगत में पूरे देश में रायगढ़ शहर का मान बढ़ा रहे हैं।
कला जगत से जुड़े सभी कलाकारों से बिना मेरा विनम्र निवेदन है कि ऐसे नाकाम विधायक वह भ्रष्ट छत्तीसगढ़ सरकार को सबक जरूर सिखाएं जोकि रायगढ़ की आन बान शान को मिट्टी में मिलाने में लगे हैं।
अनुपम पाल
प्रदेश सह संयोजक सांस्कृतिक प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़
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