क्या नेताओं के चक्कर मे फस गए रामायण पांडे...?
एटीएम वेन लूटकांड का आरोपी है शिकायतकर्ता वरुण सिंह...
रायगढ़- राजनीति एक ऐसा दलदल है जो दूर से तो इतना शुन्दर दिखाई देता है कि हर कोई इसके दीवाने हो जाते है लेकिन एक अधिकारी भी राजनीतिक संरक्षण में ही फलता और फूलता है लेकिन जब कोई अधिकारी किसी एक पार्टी के नेताओं पर निर्भर हो जाता है तब सत्ता बदलते है उस अधिकारी की दुर्गति लगभग तय मानी जाती है, ऐसा ही देखने को मिल रहा है नगर पंचायत किरोड़ीमल नगर में जंहा दोनों प्रमुख पार्टी के नेताओं के वर्चस्व की लड़ाई में नगर पंचायत CMO रामायण पांडे बली का बकरा बन बैठे है ।
सूत्रों की माने तो रामायण पांडे कांग्रेस शासनकाल मे नगर पंचायत किरोड़ीमल नगर में पदस्थ थे तभी उनके खिलाफ लगातार आरोप प्रत्यारोप किया जाता रहा तब उनका स्थानांतरण धरमजयगढ़ में हुआ और ज्यादा समय वहा सेवा न देते हुए रामायण पांडे पुनः किरोड़ीमल नगर पंचायत में आ गए और वर्तमान में प्रदेश में भाजपा की सरकार है और आरोप यह लगते आ रहे है कि रामायण पांडे हमेशा कांग्रेस के कुछ नेताओं को ज्यादा महत्व देते है और ऐसे में कांग्रेस के कुछ नेता भी पांडे से ईर्षा रखते थे और भाजपा के नेता तो सीधे आरोप लगाते थे कि CMO कांग्रेस के इशारे पर काम करते है।
कौन है शिकायतकर्ता वरुण सिंह....
किरोड़ीमल नगर में कुछ साल पहले ATM लूटकांड ( गोलीकांड) में वरुण सींह का नाम भी शामिल था जानकारों की माने तो एटीएम कांड के मामले में लगभग 4 साल की सजा काट कर यह व्यक्ति बाहर आया है और कही न कही इस व्यक्ति का इस्तेमाल करके नेता ही रामायण पांडे को शिकार बनाया है।
किरोड़ीमल नगर में दिनांक 06.07.2020 को एटीएम लूटकांड के मामले में गिरफ्तार आरोपी 1- वरुण सिंह पिता झूलन सिंह उम्र 31 वर्ष ग्राम खम्हौरी जिला सिवान बिहार हाल मुकाम सूर्या कांप्लेक्स पतरापाली थाना कोतरारोड
2- रजनीश कुमार पांडे पिता राकेश कुमार पांडे उम्र 20 साल ग्राम सभा थाना दरौंदा जिला सिवान बिहार हाल मुकाम सूर्या कांप्लेक्स पतरापाली कोतरारोड ।
एक सवाल की ACB को जिस वरुण सिंह ने रामायण पांडे के खिलाफ रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है दरअसल वह खुद एक खूंखार अपराधी है। ऐसे में एक सवाल यह उठता है कि कही ऐसे तो नही की एटीएम लूटकांड के बाद इस क्षेत्र में अपना दबदबा बनाने के लिए उसे नेताओं के सपोर्ट की आवश्यकता होगी और नेताओं को पांडे को षड्यंत्र कर के रास्ते से हटाना था तब इसका मोहरा वरुण सिंह बन गया होगा। क्योंकि जो व्यक्ति दिनदहाड़े एटीएम वेन की लूटपाट कर सकता है वह व्यक्ति कुछ भी कर सकता है। बहरहाल अब देखना यह है कि वरुण सिंह की शिकायत में कितना दम है या फिर पांडे को फसाने का एक षड्यंत्र है।
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